बक्सर खबर: भारत सरकार के गव्य विकास मिशन योजना के तहत डुमरांव के पशु प्रजनन प्रक्षेत्र में खुलने वाले महत्वपूर्ण गोकुल ग्राम पर संकट मंडराने लगा है। शिलान्यास के ऐन वक्त जिला भू-अर्जन पदाधिकारी तौकीर अकरम की आत्महत्या कर लेने से यह शुरू नहीं हो पाई है। विभागीय निर्देश नहीं होने से निकट भविष्य में इसके शिलान्यास की कोई संभावना भी नहीं दिखाई पड़ रही है।
गव्य विकास मिशन के तहत हरियाणा फार्म के 95 एकड़ भू-भाग पर करीब 18 करोड़ 8 लाख की लागत से देशी नस्ल ( साहिवाल ) की गायों को संवर्धित तथा उन्हें क्षेत्रिय पशुपालकों को वितरित करने की योजना के तहत डुमरांव में गोकुल ग्राम की स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके लिए 19 नवंबर को शिलान्यास कार्यक्रम निर्धारित था। केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, क्षेत्रिय सांसद सह केन्द्रीय राज्य स्वास्थ मंत्री अश्विनी कुमार चैबे, भोजपुर सांसद आरके सिंह, बिहार पशुपालन मंत्री पशुपति कुमार पारस आदि आने वाले थे। इसके लिए हरियाणा फार्म में शिलान्यास पट्ट भी लगा दिया गया था।
अतिथि शिलान्यास के लिए चल भी चुके थे कि सुबह में डीएम के ओएसडी सह भू-अर्जन पदाधिकारी के आत्महत्या की मनहूस खबर ने एक झटके में ही सारी तैयारियों को रोक दिया। शिलान्यास कार्यक्रम टलने से केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना अधर में लटक गई है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि फिलवक्त विभाग द्वारा शिलान्यास की कोई तिथि निर्धारित नहीं की जा रही है। इधर गोकुल ग्राम का शिलान्यास नहीं होने से इलाकाई पशुपालकों में गहरी निराशा है।
कहते है एसडीओ
बक्सर : डुमरांव एसडीओ कहते है प्रमोद कुमार कहते है कि अभी तक शिलन्यास की नई तिथी विभाग द्वारा तय नही है। कब होगा कहा नही जा सकता है।