पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख का मुआवजा देने की रखी मांग
बक्सर खबर। बसपा के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार चौधरी ने सोमवार को पत्रकार वार्ता आयोजित की और बिहार सरकार को शराब बंदी पर घेरा। बगेन थाना के मनकी गांव में हुई पांच मौतों पर सवाल कड़े करते उन्होंने कहा कि यह जहरीली शराब पीने से हुआ है। लेकिन, प्रशासन उसे दबाना चाहता है। यह प्रमाण जो बता रहा है बिहार में शराब बंदी पूरी तरह से असफल है। बिहार में शराब बिक्री एक संगठित व्यापार का रूप ले चुका है और इसमें शासन और प्रशासन पूरी तरह से लिप्त हैं।
सरकार की मिलीभगत का खामियाजा आम जन मानस और युवा पीढ़ी को झेलना पड़ रहा है। शहर के बाइपास रोड में स्थित बहुजन समाज पार्टी के कार्यालय में यह प्रेस वार्ता बुलाई गई थी। जहां मीडिया के सामने अनिल चौधरी ने कहा कि मैं खुद पीड़ित परिवारों से मिला, ग्रामीणों ने बताया की ये मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। प्रशासन ने किसी का पोस्टमार्टम नहीं कराया। ताकि सच बाहर न आ जाए। उन्होंने कहा कि हम आखिर बक्सर को तड़पते हुए कब तक देखेंगे और कैसे देख सकते है?
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल करते हुए कहा कि क्या बक्सर प्रशासन आपके गिरफ्त में है? वो जो चाहेंगे वही फैसला करेंगे? उन्होंने कहा कि हम बिहार के लोग अपने युवा भाइयों को कब तक खोते रहेंगे? एक गलत शराब बंदी नीति के वजह से बिहार के लोग मर रहे हैं और सरकार कह रही है कि शराब से मौतें नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवारों को 5- 5 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश महासचिव संजय मंडल, अभिमन्यु सिंह कुशवाहा, जिला अध्यक्ष सुभाष गौतम इत्यादि मौजूद थे।