बक्सर खबर। संजीवनी डाटा आपरेटर पद पर कार्यरत कर्मियों का शोषण संस्था द्वारा किया जा रहा है। जिस कंपनी को राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा आउट सोर्सिंग का काम दिया है। उसने समझौते के तहत जिले में तीस आपरेटर को काम पर रखा है। लेकिन उन्हें ग्यारह हजार की जगह 8 हजार रुपये ही मानदेय दिया जा रहा है। इसकी शिकायत ऑपरेटर ने पिछले दिनों आनलाइन की थी। साथ ही उप मुख्यमंत्री से भी इसकी शिकायत हुई थी।
लोक शिकायत कार्यालय ने सुनवायी के दौरान यह पाया कि आउटसोर्सिंग कंपनी के साथ जो अनुबंध हुआ है। उसके अनुरुप ग्यारह हजार रुपये दिए जाने चाहिए। लोक शिकायत न्यायालय ने कहा कि उन्हें तत्काल इस दर से भुगतान किया जाए। इसके लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है। अगर संस्था भुगतान में विलंब करती है अथवा आपरेटर को हटाने की कोशिश करती है तो उसे काली सूची में डाला जाए। यह आदेश आ जाने के बाद डाटा आपरेटर के बीच खुशी की लहर है।
इसमें केवल एक नाम डालना उचित बात नहीं है उस लेटर को अगर आपके पास उपस्थित है तो उस को ध्यानपूर्वक पढ़िए उसमें अर्जुन कुमार एवं 29 संजीवनी डाटा ऑपरेटर का जिक्र है तो आपको भूल सुधार कर उसमें इस बात को अंकित करना चाहिए।