बक्सर खबर। ऐसा नहीं है कि उम्र ढलने के बाद ही बीमारियां जी का जंजाल बनती हैं। पांडेयपट्टी के रहने वाले युवक सोनू पांडेय महज 27 वर्ष के। लेकिन, उनकी पूरी जिंदगी के सामने अंधेरा छा गया है। उपचार के दौरान उन्हें पता चला कि जीबीएस वायरस की चपेट में हैं। उनका उपचार फिलहाल पुणे में हो रहा है। परिवार के सामने संकट आ खड़ा हुआ है। युवक को कैसे बचाया जाए। क्योंकि एक दिन का खर्च 10 हजार रुपये से अधिक का है। परिजन, पिछले एक माह में पांच लाख रुपये से अधिक दवा में खर्च कर चुके हैं। उन्हें तो अब ऐसा प्रतीत हो रहा है।
धन के अभाव में पुत्र की मौत हो जाएगी। उनकी यह तकलीफ देख समाजसेवी युवााओं ने भिक्षाटन शुरू किया है। किसी की जिंदगी बचाई जा सके। इसका प्रयास वे कर रहे हैं। इस कार्य में बहुत से लोग उनकी मदद भी कर रहे हैं। गिट्टू तिवारी जो आंदोलन संगठन के अध्यक्ष है। उनके अनुसार शहर के मशहूर शिक्षक मणिकांत एवं उनकी छात्रा कनक पाठक के परिजनों ने बीमार युवक के लिए मदद पहुंचायी। जिसे परिजनों के हवाले कर दिया। हमारा प्रयास है कि इस विषम परिस्थिति में परिवार वालों को कुछ मदद पहुंचाई जाए। गिट्टू ने कहा हम लोगों से मदद की उम्मीद रखते हैं। संकट की घड़ी में सबका सहयोग उस परिवार को मिलेगा।