-प्रो. एस के मिश्रा की जयंती पर सेमिनार का आयोजन
बक्सर खबर। एमवी कॉलेज के गणित के प्रथम विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा की 76 वीं जयंती सोमवार को कालेज परिसर में मनायी गई। इस मौके पर बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी व अखिल भारतीय भोजपुरिया समाज के संयुक्त तत्वावधान में सेमिनार का आयोजन हुआ। आधुनिक काल में वैदिक गणित महत्त्व व गणित में भोजपुरी का योगदान, इस विषय पर चर्चा हुई। बतौर मुख्य अतिथि पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय कार्यक्रम में शामिल हुए। अध्यक्षता एमवी कॉलेज के प्राचार्य सुभाष चंद्र पाठक व मंच संचालन अखिलानंद उपाध्याय ने की। प्रियंबदा एवं रूपम दुबे ने स्वरस्वती वंदना की। तबले पर संगत अनुराग मिश्र ने दिया।
सरस्वती वंदना के बाद पंडित छविनाथ त्रिपाठी ने स्वास्तिक गान किया। पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि हमारी संस्कृति सर्वे भवंतू सुखिन: की है। हम मानव समाज के सुखी होने की कामना करते हैं। कहा कि आज समाज में काफी गिरावट आ गई है। लोग जाति व संप्रदाय के बंधन में देवी देवताओं को भी बांधने लगे हैं। जबकि उनकी कोई न जात होती है, न संप्रदाय होता है। ईश्वर सबका है। कहा कि व्यक्ति से समाज एवं समाज से राष्ट्र का निर्माण होता है। ऐसे में एक सभ्य व्यक्ति से एक सभ्य समाज और एक सभ्य समाज से एक सभ्य राष्ट्र बनता है। कहा की आधुनिक गणित से कहीं ज्यादा महत्व वैदिक गणित की है। कहा कि बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी के गणितीय विकास के अभियान में सभी समाज के लोगों को आगे आने की आवश्यकता है। वैदिक गणित का आधुनिक काल मे कम्प्यूटर से भी अधिक गति से गणना की जाती है। इसके लिए बच्चों को बताने की जरूरत है।
एसपी जैन कॉलेज सासाराम के प्राचार्य डॉ गुरु चरण सिंह ने भोजपुरी के महत्व और गणित में योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके अलावा पूर्व कुलपति वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के डॉक्टर अजहर हुसैन व वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के गणित डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने भी विषय वस्तु पर विस्तार से अपनी अपनी बातें रखी। अमित मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय भोजपुरी समाज ने कहा कि गणित के क्षेत्र में अनुसंधान एवं शोध में विशिष्ट कार्य के बारे में बताया। अंत में डा. अमित मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए समापन किया। मौके पर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सूबेदार पांडेय, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉक्टर राजीव गौतम, प्रोफेसर टीएन पांडेय, प्रोफेसर राम जी प्रसाद, डॉक्टर ओम प्रकाश तिवारी, कुमार नयन, डॉ सिद्धनाथ मिश्रा, डॉ राजेश सिन्हा, सुनील ओझा, डा. एके सिंह, चंद्रभूषण ओझा, संजय ओझा, राम अवतार पांडेय, संजय सिंह राजनेता, नंद कुमार तिवारी, मनीष कुमार, सौरभ पाठक, विवेक अग्रवाल राजीव रंजन पांडेय, शिवजी दूबे समेत अन्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा. सुरेंद्र सिंह, प्रोफेसर बी मिश्रा, अनीता यादव, प्रमोद चौबे, ईं. मनीष, ईं. निशित का सराहनीय योगदान रहा।