बक्सर खबर। मध्याह्न भोजन योजना का चावल इधर-उधर करने के आरोप में शिक्षा विभाग के सेवानिवृत पदाधिकारी सुरेश मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज गुरुवार को नगर थाने की पुलिस उन्हें पटना से गिरफ्तार कर बक्सर ले आई। उनसे नगर थाने में पूछताछ का सिलसिला चला। जिसमें उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि मैंने कोई गबन नहीं किया है। तत्कालीन डीएम के निर्देश पर मैंने मध्याह्न भोजन योजना का चावल स्कूलों में भेजा। जिसकी जानकारी उस समय कम्प्यूटर के एमआइएस सिस्टम में दर्ज नहीं हुई थी। इसकी वजह यह थी कि सिस्टम खराब था।
बावजूद इसके पुलिस उन्हें दोषी मान रही है। क्योंकि पूर्व के शिक्षा अधिकारियों ने अपनी जांच रिपोर्ट में इस गड़बड़ी को सही बताया था। इसकी प्राथमिकी जून 2018 में सुरेश प्रसाद सिंह ने नगर थाने में दर्ज कराई थी। पूरा मामला तब खुलकर सामने जब आर टी आई के माध्यम से अरविंद कुमार सिंह ने यह जानकारी मांगी। किस प्रखंड को कितना चावल मध्याह्न भोजन के लिए भेजा गया। तब सूची के अनुसार तीन चार प्रखंड़ों को मिलाकर लगभग 500 क्विंटल अधिक चावल दिए जाने की बात सामने आई थी।
लेकिन रजिस्टर पर अंकित कर जितना भी चावल स्कूलों को भेजा गया। उसके लिए उन्हें दोषी मान लिया गया। क्योंकि उसका ब्योरा कम्प्यूटर में नहीं। आर टी आई करने वालों ने तब इसकी शिकायत आयुक्त से कर दी। तत्कालीन डीएम को जांच का निर्देश मिला। उस जांच में वर्ष 2015 से 17 तक बक्सर में पदस्थापित रहे सुरेश मंडल को दोषी करार दिया गया। जांच के आलोक में गड़बड़ी के खिलाफ वर्तमान डीपीओ सुरेश प्रसाद सिंह ने इसकी प्राथमिकी नगर थाने में दर्ज करायी थी। आज उसी मामले में नगर थाने की टीम उन्हें पटना आवास से गिरफ्तार किया।