बक्सर खबर। 1942 के स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेने वाले वयोवृद्ध सेनानी प्रभु नारायण का रविवार को स्वर्गवास हो गया। राजपुर प्रखंड के पुरैनी खुर्द गांव के निवासी प्रभु 93 वर्ष के थे। यह जानकारी उनके शिक्षक पुत्र राजेन्द्र कुमार ने दी। सोमवार को गाजे-बाजे के साथ उनकी शवयात्रा निकाली गयी। 1925 में उनका जन्म हुआ था। अपने पैतृक गांव में बतौर किसान उन्होंने जीवन व्यतीत किया और अपने परिजनों को राष्ट्र प्रेम की प्रेरणा दी। उनकी अंतिम यात्रा में गांव और आस-पास के क्षेत्र के बहुतायत लोग शामिल हुए और उन्हें अंतिम विदाई दी।