-दियारा, ठोरा व कर्मनाशा से लगे गांवों तक पहुंचा बाढ़ का पानी
बक्सर खबर। गंगा धीरे-धीरे विकराल रुप अख्तियार कर रही हैं। पानी दोनों तटों को छू रहा है। उनका यह रौद्र रूप देखकर बहुत लोगों के अंदर सिहरन पैदा हो गई है। आज रविवार की दोपहर 12 बजे बक्सर में गंगा का जलस्तर 60.40 तक पहुंच गया था। जो खतरे के निशान से 8 सेमी उपर है। सूचना के अनुसार बढऩे की रफ्तार प्रति घंटा दो सेमी के लगभग थी। जो अब धीरे-धीरे कम होगा।
ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है। क्योंकि फरक्का का बराज खोल दिया गया है। जिससे पानी तेजी से बंगाल की खाड़ी की तरफ बढऩा शुरू हो गया है। पानी खतरे के निशान से उपर है। ऐसे में कहां-कहां परेशानी देखी जा रही है। यह पूछने पर बक्सर के सदर एसडीओ केके उपाध्याय ने बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। कहीं आवागमन बाधित नहीं है। चौसा-रामगढ़ पथ पर पानी चढ़ गया है। लेकिन, सिर्फ 20-25 मीटर हिस्सा ही डूबा है।
कर्मनाशा के दबाव के कारण बनारपुर गांव के कुछ घर जो नदी के किनारे हैं। ठोरा के बदाव की वजह से इटाढ़ी प्रखंड के बिझौरा पंचायत के कुछ गांव एवं धार्मवती नदी में दबाव बढऩे के कारण चौसा प्रखंड के नागपुर पंचायत के खेतों में पानी पहुंच गया है। हालांकि गांव से यह दूर है। वहीं डूमरांव से हमारे प्रतिनिधि सुमित ने बताया कि सिमरी प्रखंड के दादा बाबा का डेरा, लाल सिंह का डेरा, श्रीकांत राय का डेरा जैसे गांवों में पानी प्रवेश कर गया है। लोग मवेशियों को अन्यत्र ले जा रहे हैं। खेत में खड़ी मकई की फसल का नुकसान हुआ है।