बक्सर खबर। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हालाकि रफ्तार धीमी है। बावजूद इसके तटों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। साथ ही साथ जिम्मेवार पदाधिकारियों के माथे पर भी बल पड़ गया है। ताजा हालात यह है कि आज बुधवार को गंगा का पानी खतरे के निशान से 36 सेंटी मीटर उपर बह रहा है। केन्द्रीय जल आयोग के कर्मियों ने बताया अपराह्न चार बजे जलस्तर 60॰68 आंका गया। आप पाठकों को पता ही होगा। यहां खतरे का निशान 60॰32 मीटर निर्धारित है। वैसे हम पिछले आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2016 में पानी 61॰26 मीटर तक पहुंच गया था। चौसा के कुछ गांव जैसे बनारपुर, दियरा के कुछ गांव व शहर में ताड़का नाला के रास्ते पानी रामबाग और नगर परिषद कार्यालय तक पहुंच गया था।
फिलहाल पानी वहां तक नहीं पहुंचा। लेकिन, चौसा के बनारपुर गांव में राहत शिविर स्थापित कर दिया गया है। क्योंकि दो दिन पहले ही गांव तक कर्मनाशा का बढ़ता पानी पहुंच गया था। आज उसमें और इजाफा हुआ है। जो स्थिति अभी गंगा की है। वह अगले तीन दिनों तक बनी रहेगी। क्योंकि इलाहाबाद और वाराणसी में भी पानी बढ़ने का सिलसिला जारी है। वहां पानी बढ़ रहा है तो यहां घटने से रहा। इस लिए जो लोग तटवर्ती गांव के रहने वाले हैं। सूखा भोजन, जरुरी दवाएं, टार्च, माचिस और मोमबत्ती का इंतजाम रखें। साथ ही साथ पशुओं का चारा अगर उपलब्ध नहीं हो तो उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दें।