बक्सर खबर। मनुष्य अपनी पैदाइश के वक्त से ही ब्रह्मंड के रहस्यों को सुलझाने में जुटा है। उसकी इसी जिज्ञासु प्रवृति के कारण दुनिया यहां तक पहुंची है। मनुष्य के सामने अब भी रहस्यों का पिटारा पड़ा है जिसे वह सुलझाना चाहता है, लेकिन उसकी भी एक सीमा है। इस कायनात के सारे रहस्यों को सुलझा लेना उसके बस में नहीं है। अब जैसे- जिंदगी और मौत के रहस्य को मनुष्य कहां सुलझा पाया है? वह इसे जितना सुलझाने के करीब पहुंचता है, रहस्य और गहरा जाता है।
यह तो हुई मनुष्यों की बात। लेकिन क्या आप को मालूम है कि जिंदगी और मौत के रहस्य को समझने में पक्षी भी गच्चा खा जाते हैं। नहीं न? आइए, ले चलते हैं आपको ऐसी जगह जहां पक्षी सामूहिक रूप से आत्महत्या करते हैं। हैरान हो गए न? हैरानी वाली बात ही है। मजेदार तथ्य तो यह है यह जगह किसी दूसरे देश में नहीं अपने देश के पूर्वोत्तर के राज्य असम में है। नाम है जटिंगा (जतिंगा)वैली। मानसून के समय में यहां जाने पर आपको पक्षियों के सामूहिक आत्महत्या का नजारा खुद दिख जाएगा। अमावस और कोहरे वाली रातों में भी यहां पक्षियों के आत्महत्या के नजारे देखने को मिलते हैं। पक्षियों के आत्महत्या के ये नजारे पूरे इलाके लिए आज भी रहस्य बना हुआ है। यहां बसने वाली जनजाति यह मानती है कि भूत-प्रेत और अदृश्य शक्तियों के कारण ये घटनाएं होती हैं। जबकि वैज्ञानिक भी अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। जतिंगा की रहस्यमय घटना का पता मणिपुर की ओर से आई जेमेस नामक जनजातीय समूह ने लगाया था। यह जनजाति सुपारी की खेती की तलाश में यहां पहुंची थी।