बक्सर खबर । इन दिनों बक्सर पशुओं की तस्करी से जुड़े मामले को लेकर चर्चा में है। तीन दिन पहले दिल्ली से आई टीम ने यहां प्रशासन के सहयोग से छापामारी की। बड़की सारिमपुर में 160 गायें बरामद हुई। इसको लेकर प्रशासन सकते में आ गया। संबंधित एनजीओ ने अगले दिन पीसी आयोजित कर पूरे मामले पर प्रकाश डाला। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। सरकारी गौशाला का निरीक्षण भी किया। क्योंकि यहीं पर उन गायों को रखने की तैयारी है। इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों ने भी माडल थाना के पास स्थित गौशाला का जायजा लिया। अब गौशाला को लेकर सबकी आंखे खुल गई हैं। कमेटी की बैठकें चल रही हैं। इस बीच बक्सर खबर ने भी आदर्श गौशाला का जायजा लिया। पता चला वहां भी एक गाय बीमार पड़ी है। पिछले तीन-चार दिनों से वह खड़ी नहीं हो पा रही।
गुरुवार को जब बक्सर खबर की टीम वहां पहुंची तो दो किशोर मिले। जिन्होंने बताया यहां कुल 24 गाये हैं। इनमें एक बीमार है लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं है। यहां न तो डाक्टर आ रहे हैं न कमेटी के लोग ही उसका हाल ले रहे हैं। अब सवाल यह उठता है अगर निजी मेला चलाने वाले पर गायों की उचित देखभाल नहीं होने के कारण मुकदमा हो सकता है। तो यहां सरकारी फंड और दुकानों से किराये से चलने वाली गौशाला के जिम्मेवार लोगों पर भी मुकदमा किया जाना चाहिए या नहीं। हमने यहां के गौशाला प्रबंधक से भी बात करने की कोशिश की। लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। लेकिन संपर्क हो या न हो, बीमार गाय का क्या होगा। क्या समिति सिर्फ कागजी दिखावे के लिए है? यह सवाल लिए हमारी टीम फिर वहां जाएगी। जो यह जानने की कोशिश करेगी। कमेटी में कौन लोग हैं और वे लोग किस तरह इसे चलाते हैं। क्योंकि यह तो बिहार है। जहां मुख्यमंत्री से लेकर आईएएस तक मवेशी का चारा खा सकते हैं। तो फिर गौशाला की कमेटी क्या चीज है। हम फिर मिलते हैं अगले दिन गौशाला के नए सच के साथ। तब तक इंतजार करें…