बकसर खबर। शास्त्र के अनुसार आज ही गोधन पूजा होगी। कल अर्थात 29 अक्टूबर को पूजा करना श्रेयकर नहीं है। क्योंकि आज रात्रि में ही विशाखा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगी। जिसमें गोधन का पूजन निषेध बताया गया है। पंडित नरोत्तम द्विवेदी ने बताया कि शास्त्रीय मत के अनुसार एकम और दूज को भी गोधन अर्थात अन्नकूट मनाया जाता है। आज सोमवार को प्रात: 9:44 के उपरांत प्रतिपदा प्रारंभ हो जा रही है। इसके उपरांत गोधन कुटने की ग्रामीण परंपरा निभाई जा सकती है।
महिलाएं और युवतियां यह त्योहार भाई की सलामती के लिए मनाती हैं। इस लिए आज ही इसे मना लेना उचित है। विशाखा नक्षत्र में गोधन पूजन करना पुत्र व धन आदि की हानी का कारण बनता है। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार को भगवान चित्रगुप्त की पूजा होगी। यह पूजा विशेष रुप ये कायस्थ लोग मनाते हैं। वैसे कलम का काम करने वाले सभी लोगों को चित्रगुप्त की आराधना करनी चाहिए। यहां हमने अपनी खबर में गोधन(गोवर्द्धन नहीं) पूजा शब्द का प्रयोग किया है। क्योकि अपने ग्रामीण परिवेश में महिलाएं गाय के गोबर से गोधन की प्रतिमा बनाकर उसे मुसल से कूटती हैं।