-वहीं कर रहे जांच जिनकी देखरेख में हुआ है गड़बड़ झाला
बक्सर खबर। नई सरकार के तेवर सख्त हैं। सात निश्चय की योजनाओं की जांच का आदेश सभी जिलो को मिला है। चाहे वह नल-जल योजना हो अथवा नाली और गली। क्योंकि इसमें भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रहीं थी। विपक्ष ने भी इसे चुनाव पूर्व अपना एजेंडा बनाया था। सात निश्चय योजना की जांच होगी। अब सरकार पुन: सत्ता में आई है तो उसने जांच तेज करा दी है। सभी पंचायतों में वरीय पदाधिकारी जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। आज शनिवार को भी डुमरांव प्रखंड के छतनवार और अटांव पंचायत में जांच हुई। एक जगह एसडीओ गए थे दूसरी जगह भूमि सुधार उप समाहर्ता।
उनके साथ प्रखंड के अन्य छोटे अधिकारी। चौंकाने वाली बात है। वहीं लोग जांच में सहयोग कर रहे हैं। जिन्होंने अपनी देख रेख में कार्य पूरा कराया है। कई जगह पुरानी ईट सोलिंग पर नई पीसीसी हुई है। लेकिन, वहां नई ईट सोलिंग दिखा भुगतान किया गया है। जहां गलियां बनी हैं। उनका हाल भी बुरा है। कहीं दो इंच ढ़लाई हुई है कहीं ढ़ाई इंच। अर्थात प्राक्कलन के अनुरुप कार्य नहीं हुआ। लेकिन, पंचायत स्तर पर चल रही जांच में अभी तक कहीं से भ्रष्टाचार की रिपोर्ट सामने नहीं आई है। इस बात की चर्चा जिले में जोरो पर है। जांच को गए अधिकारी पूछने पर कुछ नहीं बताते। कहते हैं जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। वहीं इसके बारे में जानकारी देंगे।
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