बक्सर खबर। शहर के सिविल लाइन में रोहतास जिला के पिथनी गांव से बारात आई थी। यहां लड़के का तिलक चढ़ाया जाना था। अंदर आगन में कथा हो रही थी। जब बाराती तिलक चढ़ाने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि दूल्हा हथकड़ी पहने बैठा है। पास में पुलिस वाले खड़े हैं। लड़की वाले आंगन में भौंचक रह गए। तिलक नहीं चढ़ा और वापस लौट गए। आस-पास के लोगों ने समझाया। इसने कोई संगीन अपराध नहीं किया है। बेचारा आटो चलाकर जीवन यापन कर रहा था। कुछ दिन पहले गोलंबर के पास तलाशी के दौरान आटो से शराब बरामद हुई। जिसे कोई और ही इसकी गाड़ी में छिपाकर ला रहा था। यह नाहक फंस गया है। फिलहाल उस केस में जमानत नहीं मिली है।
तिलक के लिए ही वह उच्च न्यायालय से अनुमति लेकर एक दिन के लिए जेल से बाहर आया है। इतना सबकुछ होने के बाद आप लोग चले जाएंगे तो कैसा लगेगा। लेकिन, लड़की वाले नहीं माने। उन्होंने कहा आप सबको इस बारे में पहले बताना चाहिए था। जब यह जेल से बाहर आ जाएंगे। फिर हम लोगों के बीच बात होगी। अगर सहमती बनी तो शादी होगी। हम शादी से ना नहीं कर रहे। लेकिन, फिलहाल हम तिलक नहीं चढ़ाएंगे। ऐसा कहते हुए लगभग 70 की संख्या में आए बाराती वापस लौट गए। यह मामला 23 अप्रैल की रात का है। पूरे घटना क्रम के दौरान दूल्हा बना लखन राजभर एक बार भी नहीं बोला। क्योंकि उसे अपनी गलती पर पछतावा हो रहा था।