-ब्रह्मपुर में विशेष तैयारी के लिए डीएम की बैठक, सोमवार को वाहन पर प्रतिबंध
बक्सर खबर। रविवार अर्थात 21 जुलाई को आषाढ माह की पूर्णिमा है। जिसे गुरु पूर्णिमा के रुप में जाना जाता है। यह तिथि रविवार को है। इसके साथ ही श्रावण मास भी प्रारंभ हो जाता है। इस बार 22 से यह माह प्रारंभ हो रहा है। और पहले ही दिन सोमवारी पड़ रही है। जिसका असर गुरु पूर्णिमा पर भी पड़ेगा। क्योंकि कांवर यात्रा करने वाले लोग सोमवारी से एक दिन पहले की गंगा जल लेकर शिव मंदिरों के लिए प्रस्थान करते हैं। अपने जिले में ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर सबसे भीड़ वाली जगह है।
यहां बक्सर समेत आस-पड़ोस के कई जिलों के श्रद्धालु भगवान भोले का जलाभिषेक करने आते हैं। जिसके कारण यहां अपार भीड़ एकत्र होती है। मौके की नजाकत को देखते हुए जिला प्रशासन ने शनिवार को यहां विशेष बैठक आयोजित की। जिसमें नगर पंचायत ब्रह्मपुर, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को बुलाया गया था। जिनके जिम्मे यहां की सुरक्षा व यातायात व्यवस्था रहेगी। स्वयं डीएम अंशुल अग्रवाल, एसपी मनीष कुमार व डीएसपी अफाक अंसारी वहां मौजूद रहे। बैठक में डीएम ने बताया रविवार की रात से ही सोमवार को भीड़ समाप्त होने तक। ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर की तरफ जाने वाले मुख्य रास्ते पर वाहनों का परिचालन बंद रहेगा।
एसपी मनीष कुमार ने कहा कोई भी प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मी अथवा पदाधिकारी। तब तक अपना स्थान नहीं छोड़ेंगे। जब तक दूसरी पार्टी वहां आकर योगदान नहीं कर लेती है। इसके अलावा, अस्पताल, सफाई, शौचालय, अग्निशमन की व्यवस्था के लिए संबंधित विभागों को नसीहत दी गई। इसके अलावा बक्सर से ब्रह्मपुर तक एनएच पर पुलिस टीम को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। ताकि कांवरियों को जो पैदल यात्रा कर रहे होंगे। उन्हें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा बक्सर के रामेश्वर मंदिर, नाथ बाबा मंदिर, डुमरांव के जंगलिया बाबा शिव मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।