-वाराणसी के गोपालापुर में चल रहा है जीयर स्वामी जी का चातुर्मास
बक्सर खबर। उत्तर प्रदेश का नगर वाराणसी नगर। जिसका एक नाम काशी है। काशी का आध्यात्मिक जगत में अपना विशेष महत्व है। इसे लोग महादेव की नगरी कहते हैं। इन दिनों इसी जिले के गोपालापुर में लक्ष्मीनारायण महायज्ञ चल रहा है। वहां एक बैनर लगा है। हर की नगरी में हरि । जिसे देखकर आध्यात्मिक नगरी के बारे में चर्चा का प्रसंग बन जाता है।
हर का तात्पर्य महादेव से है। क्योंकि हमेशा हर-हर महादेव का नारा लगता रहता है। और हरि शब्द का सीधा अर्थ है नारायण। अर्थात भगवान शिव की नगरी में भगवान विष्णु का आगमन। तभी तो बैनर पर मोटे अक्षरों पर लिखा है। हर की नगरी में हरि । यहां भारत वर्ष के महान संत पूज्य त्रिदण्डी स्वामी के शिष्य जीयर स्वामी जी का चातुर्मास व्रत चल रहा है। जिसका समापन एक दिन बाद अर्थात 31 अक्टूबर को हो जाएगा। क्योंकि शरण पूर्णिमा को यह व्रत समाप्त होता है।
इस वर्ष 30 अक्टूबर से प्रारंभ हो रही शरद पूर्णिमा की तिथि 31 को समाप्त होगी। इसके साथ ही विजयादशमी से प्रारंभ होने वाला यज्ञ भी शरद पूर्णिमा को समाप्त हो जाता है। आप यहां तस्वीरों में यज्ञशाला को देख सकते हैं। जो कोविड के कारण बहुत ही छोटे स्वरुप में बनाया गया है। जिससे लोगों को बहुत परेशानी न हो। भीड़ भी ज्यादा न हो। पिछले तीन माह तक यहां कथा भी नहीं हुई। लेकिन, फिलहाल कथा हो रही है। लेकिन, अब यज्ञ सिर्फ एक दिन शेष बचा है। जिसे आप हमारी तस्वीरों में देख सकते हैं।