बक्सर खबर : कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री का फरमान आया था। बिहार से बालू उत्तर प्रदेश की सीमा में नहीं जाएगा। इसकी सख्त निगरानी होगी। सीएम का आदेश हुआ तो डीएम ने इसके लिए जिला व पुलिस प्रशासन की संयुक्त बैठक बुलाई। फरमान जारी हुआ। जिले की सीमा पर लगे थाने विशेष निगरानी रखें। अगर इसकी अवहेलना हुई तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। इस चेतावनी के बाद भी बालू का यूपी जाना बदस्तूर जारी है।
वह भी पांच नहीं पच्चीस टन की गाडिय़ां ओवर लोड होकर यूपी की सीमा में दाखिल होती हैं। जिसका नजारा इन दिनों बक्सर-कोचस मार्ग पर देखा जा सकता है। चौसा गोला से लेकर सरेंजा गांव तक हजारों की संख्या में बालू लिए ट्रक खड़े हैं। समय देख इनके लोग आते हैं। ट्रकों का गु्रप बना चौसा गोला के रास्ते देवल पुल होते यूपी ले जाते हैं। यही हाल यादव मोड़ का है। यहां से भी ट्रक गाजीपुर की सीमा में कर्मनाशा नदी पार कर दाखिल होते हैं। इस वजह से लोग घंटो जाम में फंसे रह रहे हैं।
क्योंकि सड़क के दोनों किनारे बालू लदे ट्रक कतार लगाए जो खड़े हैं। जब ट्रैफिक जाम हो जाता है। वैसी स्थिति में पुलिस यातायात व्यवस्था बनाने के लिए आगे आती है और ट्रकों को सीधे गंतव्य के लिए रवाना कर देती है। भारी मात्रा में बालू बिहार से यूपी जा रहा है। इस वजह से जिले के लोगों को बालू मिल नहीं रहा है। इस संबंध में जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा से बातचीत का प्रयास किया गया। लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
एक तो बालू बिना गरीब मजदूरों की बीवी देह व्यापार करने तक को मजबूर हैं,
जिसका घर नहीं बन पा रहा है उसकी तकलीफ़ तो अलग ही है,
क्या चाहती है सरकार और आप मीडिया वाले, न किसी गरीब को मेहनत मजदूरी कर के इज्जत की रोटी खाने दे रहे ना ही किसी का घर बने।