बक्सर खबर। आज समाज में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। इसके लिए सिर्फ सरकार अथवा राजनेता जिम्मेवार हैं। यह कहना सही नहीं होगा। क्योंकि सिस्टम में बैठे लोग भी डूबकर मलाई खा रहे हैं। जिन तीन कंधों पर कानून व्यवस्था की जिम्मेवारी है। उसका हाल बहुत अच्छा नहीं है। तीन दिन पहले कुख्यात अपराध कर्मी नौमी पासवान को जमानत मिल गई। वह रघुनाथपुर से नाइन एमएम पिस्टल के साथ गिरफ्तार हुआ था।
पेट्रोल पंप संचालक पर उसने गोली चलाई थी। लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। आरा जिले का रहने वाला कुख्यात अपराध कर्मी जमानत पर जेल से बाहर आ गया है। उसे जमानत इस लिए मिल गई क्योंकि पुलिस ने 90 दिन के अंदर चार्जशीट नहीं सौंपी। न्यायालय को जगह मिली तो उसने अपराधी को बाहर जाने का रास्ता दिखा दिया। जब यह बात पुलिस कप्तान को पता चली तो उन्होंने इस केस के अनुसंधान कर्ता कमलेश कुमार सिंह को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया।
सूचना के अनुसार इस मामले में ब्रह्मपुर के थानाध्यक्ष इकरार अहमद खां से भी जवाब तलब किया गया है। सूत्रों की माने तो सस्पेंड दरोगा चार्जशीट लेकर कोर्ट गए थे। लेकिन कानूनी पचड़े के कारण उसे जमा नहीं कर पाए। जिसका लाभ अपराधी को मिला और वह बाहर आ गया। मुख्य न्यायिक दंड़ाधिकारी की अदालत से उसे 27 तारीख को जमानत मिल गई। जिसके बाद निलंबन की यह कार्रवाई आज मंगलवार को हुई।
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