बक्सर खबर। आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल बीस दिन से अधिक पुरानी हो चुकी है। धीरे-धीरे उनका विरोध उग्र होता जा रहा है। आज गुरुवार को अपना विरोध जताने के लिए उन्होंने ट्रेन परिचालन को कुछ समय के िलए रोका। डाउन में जाने वाली मगध एक्सप्रेस के आगे महिलाएं खड़ी हो गई। उनकी संख्या बहुत ज्यादा थी। रेलवे सुरक्षा बल ने उनको हटाने के लिए सुझ-बुझ का सहारा लिया। इस वजह से ट्रेन लगभग पन्द्रह से बीस मिनट लेट हुई।
ग्रामीण स्तर पर प्रसुता महिलाओं को मदद पहुंचाने के लिए इनका चयन हुआ था। इन्हें आशा कार्यकर्ता का नाम दिया गया था। वे अब अपने लिए कर्मचारी की तरह मानदेय और सुविधाएं बहाल करने की मांग कर रही हैं। कुछ दिन पहले इन लोगों ने पूरे जिले में सड़क बाधित कर परिवहन को बाधित किया था। इतना ही नहीं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के आगे इनका धरना भी अनवरत चल रहा है।