-न्यायालय से मिले वारंट के बाद पुलिस ने तोड़ा दरवाजा, मुन्ना तिवारी ने किया समर्पण
बक्सर खबर। चौसा के प्रभावित किसानों को आगे कर आंदोलन खड़ा करने वाले दो लोगों के घर पुलिस ने बुधवार को कुर्की जब्ती की। न्यायालय के आदेश के उपरांत अंशु चौबे व मुन्ना तिवारी के बनारपुर स्थित पैतृक आवास पर पुलिस सदर इंस्पेक्टर संजय कुमार व बतौर मजिस्ट्रेट बीडीओ चौसा भी पहुंचे थे। पुलिस ने तय समय व तिथि के अनुसार इन दोनों के घर के दरवाजे व खिड़कियां तोड़ दी।
जानकारी के अनुसार 20 मार्च को थर्मल पावर के बाहर भारी उपद्रव हुआ था। किसान नेताओं ने पुलिस पर आरोप लगाए। प्रशासन ने कहा वहां मौजूद लोगों ने पहले पुलिस व प्रशासन ने पत्थरबाजी की। इसी घटना में मुकदमा संख्या 101/24 दर्ज हुआ था। इस मामले में अंशु चौबे व मुन्ना तिवारी लंबे समय से फरार चल रहे थे। इनके पास आत्मसमर्पण का पर्याप्त समय था। लेकिन, वे कोर्ट के सामने नहीं आए।
यहां चौकाने वाले बात सामने आई कि जब कुर्की की कार्रवाई पूरी हो गई। उसके उपरांत मुन्ना तिवारी जो वाराणसी में थे। बक्सर न्यायालय आए और आत्मसमर्पण कर दिया। लेकिन, तब तक पुलिस अपनी कार्रवाई कर चुकी थी। इस प्रयास का उन्हें कोई सीधा लाभ नहीं मिला। सूत्रों ने बताया इस मामले में जितने भी लोग पहले गिरफ्तार हुए थे। वे सभी जमानत पर बाहर आ गए हैं। इस कार्रवाई के दौरान कोई व्यवहारिक परेशानी न हो। इस पर नजर रखने के लिए वहां सदर एसडीएम भी पहुंचे थे।