बक्सर खबर : आधी रात में कुछ लोगों ने महिला की आवाज सूनी। बचाओ, बचाओ मेरी इज्जत बचाओ। जिन लोगों ने महिला की आवाज सूनी। वे भी दंग रहे गए। इतनी रात में ऐसी जगह पर महिला कहां से आई। वाकया धरौली हाल्ट का है। कुछ युवक अपने मित्रों को लेने हाल्ट पर गए थे। जैसे ही ट्रेन आई एक महिला चिल्लाती हुई उनके तरफ दौड़ी। धरौली गांव के युवकों ने उस महिला को संरक्षण दिया। युवकों ने पुलिस कप्तान राकेश कुमार को आधी रात के वक्त फोन किया। एसपी तुरंत एक्शन में आ गए। इतनी रात में महिला पुलिस वहां भेजना मुश्किल था।
उन्होंने युवकों ने पूछा। गांव में कोई महिला जनप्रतिनिधि हैं। युवकों ने बताया चन्द्रावती देवी यहां की सरपंच हैं। एसपी ने उनसे फोन पर बात की। कप्तान की अनुमति मिलते ही महिला सरपंच का साहस बढ़ा। महिला को रात भर अपने यहां आश्रय दिया। सुबह होते ही बगेन थानाध्यक्ष सुमंत कुमार वहां पहुंचे। महिला को थाने ले गए और स्थानीय ग्रामीण महिलाओं की मदद से उनका नाम पता जानने का प्रयास किया। उसने अपना नाम गुजारती देवी, थाना बासगांव जिला गोरखपुर बताया। स्थानीय पुलिस ने गोरखपुर पुलिस से संपर्क किया। चौबीस घंटे के प्रयास में उसके परिवार वालों से भी संपर्क हो गया। जिन्होंने बताया महिला गुजराती देवी कोलकत्ता अपने बुआ के यहां गई थी।
लौटने के क्रम में शायद अचानक उनका मानसिक संतुलन खराब हो गया हो। तभी तो ऐसी अनहोनी हुई। क्योंकि इससे पहले वह पूरी तरह स्वस्थ्य थी। अकेले ही कोलकत्ता गई थी। पूरी कहानी जानने के बाद बगेन थानाध्यक्ष सुमंत कुमार ने इसकी जानकारी पुलिस कप्तान को दी। एसपी ने निर्देश दिया। महिला की हालत ठिक नहीं है। अगर परिवार वाले यहां आने को तैयार हैं तो ठिक अन्यथा इसे गोरखरपुर पहुंचाने का इंतजाम किया जाए। इस दरम्यान गुजराती देवी की दो बेटियां जिनमें से एक दिल्ली रहती है। वह परिवार के साथ यहां पहुंच गई। उस परिवार ने जिला पुलिस को बहुत धन्यवाद दिया। वहीं रात के वक्त महिला की अस्मत लुटने से बचाने वाले युवक संदीप कुमार सिंह व सरपंच चन्द्रावती देवी व उनके पति ललन यादव को बगेन पुलिस ने इस नेक कार्य के लिए धन्यवाद दिया है। बक्सर खबर को इस पूरे मामले की जानकारी देने वाले संदीप ने बताया पुलिस की इस तत्परता के लिए एसपी को धन्यवाद देते हैं। जिन्होंने रात बारह बजे हमारी बात सूनी और महिला को घर पहुंचाने में मदद की।