-फिर क्यों लापरवाह होते जा रहे हैं लोग
बक्सर खबर। कोविड-19 वायरस का संक्रमण पूरे विश्व में फैलता जा रहा है। अपने देश में इसके सौ दिन पूरे हो चुके हैं। 30 जनवरी को पहला केस केरल में सामने आया था। चीन के बुहान से लौटा मेडिकल का छात्र संक्रमित पाया गया था। तब से लेकर 9 मई तक के कुल दिनों की संख्या 100 पहुंच चुकी है। सरकार ने समय रहते कदम उठाया। लॉकडाउन प्रभावी किया गया। जो लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन, समस्या भी बड़ी होती जा रही है। क्योंकि आज 10 मई की सुबह केन्द्र सरकार ने जो आंकड़े जारी किए। उसमें सक्रिय रोगियों की संख्या 41,472 बतायी गई है। ठीक होने वालों की संख्या 19,358 है। मृत्यु के मामले 2019 पहुंच गए हैं। इस बीच अपने जिले में भी 56 लोग संक्रमित मिले। जिनमें से 54 ठीक हो गए हैं। दो का उपचार चल रहा है।
साथ ही बाहर से आने वालों का सिलसिला जारी है। 9 मई को जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कुल 1666 लोग यहां के क्वॉरंटिन सेंटरों में रह रहे हैं। अब उनकी जांच का सिलसिला शुरू हो गया है। प्राथमिकता के आधार पर उनकी जांच हो रही है। इस समय अंतराल के दौरान लोगों को लॉकडाउन से कुछ राहत भी मिली है। लेकिन, इसका बेजा इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है। जैसा की एक दिन पहले शहर के एक इलाके से खबरें आई। इस तरह की चुक कहीं और भी हो सकती है। इतना तो सभी लोग समझ रहे हैं। किसी ने अपनी इच्छा से खुद को संक्रमित नहीं कराया होगा। अर्थात, कब और कैसे यह समस्या गले पड़ जाएगी। कुछ नहीं कहा जा सकता। इस लिए बहुत जरुरी है, लॉकडाउन का पालन किया जाए। अगर बाहर जाते भी हैं तो सामाजिक दूरी का ध्यान रखें। क्योंकि चुक जानलेवा हो सकती है।