बल्कि सभी छात्रों में जिज्ञासा व रचनात्मकता की चिंगारी प्रज्वलित करना शिक्षकों का दायित्व बक्सर खबर। स्थानीय इटाढ़ी रोड स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय में आयोजित उमंग 2025 के दूसरे दिन गुरुवार को आईआईटी भुवनेश्वर के पूर्व निदेशक प्रोफेसर मधुसूदन चक्रवर्ती ने संकाय सदस्यों को प्रेरित करते हुए कहा कि “शिक्षकों की जिम्मेदारी केवल पढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि हर छात्र में जिज्ञासा और रचनात्मकता की चिंगारी को प्रज्वलित करना है। शिक्षा की गुणवत्ता के परिवर्तनकारी भूमिका पर जोर दिया और भविष्य की पीढ़ियों को तैयार करने में शिक्षकों के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने नवाचार, शोध, और बहु-विषयी सहयोग को इंजीनियरिंग शिक्षा का अनिवार्य हिस्सा बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। सत्र में प्रभावी शिक्षण विधियों, शिक्षा में प्रौद्योगिकी के समावेश, और अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने की रणनीतियों पर चर्चा की। यह सत्र अत्यंत संवादात्मक रहा, जिसमें उन्होंने संकाय सदस्यों के सवालों के उत्तर भी दिए।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राम नरेश राय ने उनके बहुमूल्य विचारों और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनकी प्रेरणा संकाय सदस्यों को उनकी भूमिकाओं में और उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।