बक्सर खबर। साइबर क्राइम की दुनिया में एक से बढ़कर एक मामले सामने आ रहे हैं। जो लोगों को चौंका देने वाले हैं। ताजा मामला ब्रह्मपुर के चंदन पांडेय का है। उनका कहना है मेरा कार्ड मेरे ही पास है। लेकिन, 9 एवं 10 जनवरी को बक्सर के एटीएम से किसी ने 25-25 हजार दो बार में निकाल लिए हैं। मेरा खाता ब्रह्मपुर के पीएनबी में है। इसकी शिकायत लेकर ब्रह्मपुर थाना पहुंचा तो वहां के थानाध्यक्ष ने कहा। निकासी बक्सर से हुई है। वहां जाकर प्राथमिकी दर्ज करें। मैं बक्सर आया तो यहां पुलिस ने कहा। आपका खाता ब्रह्मपुर में है। वहां जाकर शिकायत करें। पुलिस उन्हें यहां से वहां आने-जाने के लिए कह रही है। परेशान होकर उन्होंने पुलिस कप्तान के कार्यालय में ही अपना आवेदन दिया है। आप ही तय करो मेरी शिकायत कहा होनी चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ सवाल यह उठता है। एटीएम कार्ड अपनी जेब में है। तो दूसरे ने कैसे निकासी कर ली। उनका कहना है। 8 जनवरी को मैं निबंधन कार्यालय बक्सर आया था। यहां दस हजार रुपये की निकासी मैंने एक एटीएम से की। वहां से अपने गांव लौट आया। अगले दिन मोबाइल पर मैसेज आया। मैंने समझा गलत होगा। दूसरे दिन भी मैसेज आया। जब बैंक जाकर पता किया तो पचास हजार रुपये किसी ने दो बार में निकाल लिए हैं। मुझे शक है, बैंक कर्मियों की मिलीभगत से ऐसा हुआ है। चंदन की शिकायत पर गौर करें तो यह बात स्पष्ट है। किसी ने उनके कार्ड नंबर व पासवार्ड की कॉपी की है। लेकिन, यह किसी साधारण व्यक्ति का काम नहीं हो सकता। जब तक पुलिस उस एटीएम की जांच नहीं करती। वहां से वीडियो फुटेज प्राप्त नहीं करती। इस मामले का खुलासा नहीं होगा। पर पुलिस ऐसा करेंगी। यह बात स्वयं सवालों के घेरे में है।
पुलिस को कुछ करना चाहिए यह कमान क्षेत्रीय पुलिस को देखना चाहिए
साइबर अपराध और किसी काण्ड को सुलझाने में तकनीकियों का योगदान लेने में बक्सर बहुत पिछड़ा जिला है।