– स्कूली छात्रों और नौजवानों के उत्साह से शानदार रहा डुमरांव का प्रयास
बक्सर खबर। 16 अगस्त 1942 को डुमरांव में चार लोग शहीद हुए थे। उनके सम्मान में प्रत्येक वर्ष वहां कार्यक्रम होता है। इस वर्ष युवाओं द्वारा गठीत स्वयं शक्ति संस्था के तत्वावधान में 151 मीटर लंबी भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। जो राजगढ़ चौक से होते हुए, मेन रोड से शहीद स्मारक पहुंची। यात्रा में शिवांग विजय सिंह, रामनाथ तिवारी के अलावा हजारों की संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। भारत माता की जय तथा वन्दे मातरम के जयघोष के साथ यह संपन्न हुई। शहीद स्मारक पहुंच वहां वीरों को श्रद्धांजलि दी गई।
यह तीसरा मौका था जब डुमरांव में इतनी बड़ी तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। इस दौरान नगर की सड़कें बड़े-छोटे तिरंगे झंडे से पटी रही। बच्चों से लेकर नौजवान और बुजुर्ग लोगों ने भी हाथ में तिरंगा लेकर इस यात्रा को सफल बनाया। इस बार की यात्रा काफी आकर्षक रही। क्योंकि तरह-तरह की झांकियां निकाली गई थी। देश को आजाद करने के लिए जवानी में ही हँसते -हँसते फासी पर चढ़ गए शहीद ए आज़म, राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी, झांसी की रानी, एवं वीर सैनिकों के पराक्रम को दर्शाया गया था।
इस आयोजन को सफल बनाने में स्वयं शक्ति के संयोजक सुमित गुप्ता, अध्यक्ष विकास ठाकुर, और संगठन प्रमुख धीरज मिश्रा ने बताया कि यह डुमरांव का सौभाग्य है कि पूर्वजों की शहादत को नमन करने का मौका मिला। स्वयं शक्ति ने कहा कि अगले वर्ष से डुमरांव के शहीदों के सम्मान में संध्या समय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 1942 में जो मशाल अमर शहीदों ने जलाई थी, उसे बरकरार रखना हम सबका कर्तव्य है।
इस आयोजन में स्वयं शक्ति के राजेश मिश्रा, विजय सिन्हा, रोबिन चौबे, भीम मिश्र, बिट्टू चौधरी, अजित एजे, सर्वेश पांडे, ऋतुराज पांडे, अविनाश तिवारी, अरविंद तिवारी, संदीप शर्मा, रोहित कुमार, डब्लू मिश्रा , पवन मिश्रा ,पीयूष उपाध्याय, टेलहा सिंह, आशुतोष त्रिपाठी ,अंकित केशरी सोनू गुप्ता, टिकू राय, सुनील प्रजापति, भगवान जी वर्मा, सूरज भान ,गिट्टू तिवारी,रवि सिन्हा ,चुन्नू पांडेय, मनीष मिश्र ,अनिल यादव ,सेराज अंसारी ,आलोक तिवारी,रवि रंजन सिंह सहित हजारों लोग मौजूद रहे।