-चालीस से अधिक लोगों को सता रहा है भय, अस्पताल से नहीं मिली मदद
बक्सर खबर। अकबरपुर गांव के लगभग चालीस लोग इन दिनों दशहत में जी रहे हैं। क्योंकि उन्हें रैबीज के संक्रमण का खतरा है। यह सभी लोग गरीब परिवार के हैं। उनके पास इसकी रोकथाम के लिए एंटी डोज लेने का सामर्थ नहीं है। वे सरकारी मदद की आस देख रहे हैं। लेकिन, राजपुर अस्पताल से उन्हें दवा नहीं मिल पा रही। वहां से निराश होकर लौट चुके हैं। यह समस्या पैदा हुई है, कुत्ते के कारण। जिसने एक माह पहले गांव के ललन यादव की गाय को काट लिया। पहले लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उसके दूध का सेवन घर वाले करते रहे। इतना ही नहीं आस-पड़ोस के लोगों ने भी दूध का प्रयोग किया।
उनकी संख्या लगभग 40 के आस-पास है। कुछ दिनों बाद जब गाय की तबीयत बहुत खराब हो गई। तो उसे पशु अस्पताल के चिकित्सक अभिषेक कुमार को दिखाया गया। उन्होंने देखते ही कहा। इसमें रैबीज के स्पष्ट लक्षण हैं। यह नहीं बचेगी। जिसने इसके दूध का सेवन किया हो। वह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क करे। पूछने पर यह भी पता चला कि कुछ लोगों ने दूध का कच्चा सेवन भी किया है। स्थिति की भयवहता तब बढ़ गई। जब गाय चिल्ला-चिल्ला कर 2 जून को मर गई। लोग भागे-भागे राजपुर अस्पताल पहुंचे। लेकिन, वहां से कह दिया गया। दवा उपलब्ध नहीं है। यहां के पूर्व जिला पार्षद संतोष सिंह ने पूछने पर बताया। हमने भी स्वास्थ्य प्रभारी से बात की थी। लेकिन, उनके अनुसार जिले से दवा की आपूर्ति ही नहीं हो रही। ऐसे में अनहोनी की आशंका से सभी दहशत जदा हैं।