– महिलाओं को अधिकार देने वाले सरकारी तंत्र में नहीं रखा तिथि का ध्यान
बक्सर खबर। राज्य निर्वाचन आयोग ने महिलाओं की परेशानी बढ़ा दी है। पंचायत चुनाव में दूसरे चरण के मतदान की तिथि 29 सितम्बर रखी गई है। जबकि उसी तिथि को ज्युतिया व्रत है। यह ऐसा त्योहार है, जिसे महिलाएं बगैर अन्न, जल के पूरा करती हैं। पुत्र की लंबी उम्र के लिए किया जाने वाला व्रत महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है।
लेकिन, महिला अधिकारों की बात करने वाली सरकार ने इसका ध्यान नहीं रखा। जिसके कारण लोगों में अभी से मतदान को लेकर उहापोह की स्थिति है। राज्य निर्वाचन आयोग के प्रति लोगों में काफी नाराजगी है। गौरतलब है कि जीवित्पुत्रिका व्रत बिहार के महिलाओं के लिए खास व्रत होता है। अपने जिले के राजपुर प्रखंड में इसी तिथि को मतदान होना है।
महिला कर्मियों समेत मतदाता भी चिंतित
बक्सर खबर। चुनाव की तारीख को लेकर महिला चुनाव कर्मी सहित मतदाता सभी चिंतित है। इस कठिन व्रत के साथ बगैर अन्न जल ग्रहण किए कैसे चुनाव को करा पाएंगे। साथ ही मतदाता इस बात को लेकर परेशान है कि कड़ी धूप में लाइन में लगकर मतदान करना होगा। लोगों ने सरकार से मांग की है। तिथि बदलाव किया जाय। वहीं दूसरी तरफ चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले उम्मीदवार भी परेशान हैं। क्योंकि अब पचास प्रतिशत उम्मीदवार महिलाएं जो हैं।