बक्सर खबर : केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे की पहल पर 14 फरवरी बुधवार को पटनामें बिहार सरकार, स्वास्थ विभाग एवं टाटा ट्रस्ट के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। इस बैठक में मुख्य रूप से बिहार में कैंसर नियंत्रण हेतु नए मॉडल को अपनाने की बात पर चर्चा की गई। कैंसर के स्क्रीनिंग, डियग्नोसिस और चिकित्सा को गरीब मरीजों के घर के निकट तक पहुंचाने पर विशेष बल दिया गया। टाटा ट्रस्ट और बिहार सरकार में इस संबंध में एक समझौता प्रस्तावित है। जिसके अंतर्गत कैंसर के तकनीकी विशेषज्ञों को ट्रस्ट राज्य के जन स्वास्थ्य व्यवस्था के माध्यम से गरीब लोगों की चिकित्सा में सहयोग करेगा।
जिसके लिए अभी तक लोगों को दिल्ली,लखनऊ,चंडीगड़, मुम्बई आदि जगहों पर जाना पड़ता रहा है। इसमे उल्लेखनीय बात ये है कि एक त्रि-स्तरीय सुविधावों का नेटवर्क प्रस्तावित है। जिसमें सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों और जिला अस्पतालों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसके कार्यान्वयन होने पर इलाज के खर्च में भारी कमी होगी। ज्यादा प्रभावी इलाज होगा जिससे कैंसर से मरने वालों की दर में बहुत कमी आएगी। बुधवार काे राजधानी में हुई बैठक के दौरान बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, प्रधान सचिव संजय कुमार, भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ पदाधिकारी आशिष विनायक गवई एवं टाटा ट्रस्ट के सात सदस्यीय प्रतिनिधियों दल मौजूद था। मंत्री ने बताया हर जिले में कैंसर जांच केन्द्र खोलने पर बात चल रही है। जिसमें टाटा कैंसर स्थान मुंबई सहयोग करेगा।