-परिजनों को जगह नहीं, धर्म प्रचारक को मिली कुर्सी
बक्सर खबर। डुमरांव में प्रति वर्ष शहीदों के सम्मान में 16 अगस्त को कार्यक्रम आयोजित होता है। लेकिन, अब यहां शहीदों का अपमान भी हो रहा है। सोमवार को शहीद पार्क में आयोजित समारोह के दौरान कुछ ऐसा ही देखने को मिला। प्रशासन के स्तर से आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों को मंच पर आमंत्रित नहीं किया। जबकि वहां धर्मप्रचार करने वाले व्यक्ति को अतिथि की तरह मध्य में जगह दी गई। इतना ही नहीं।
मंच के पास लगाए गए पोस्टर पर स्वतंत्रता सेनानियों के साथ फुलन देवी की तस्वीर भी लगाई गयी थी। जिस पोस्टर पर बाबा भीम राव अंबेडकर, भगत सिंह व पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की तस्वीर थी। उसी पोस्टर में फुलन देवी को भी जगह दी गई थी। स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के कार्यक्रम में ऐसी तस्वीर चर्चा का विषय रही।
मौजूदा राजनीति व जाति धर्म की हवा अब शहीदों पर भी हावी होने लगी है। हालांकि इस कार्यक्रम में डीडीसी योगेश कुमार सागर, पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह व डुमरांव के एसडीओ हरेन्द्र राम मौजूद थे। लेकिन, जो नजारा यहां देखने को मिला। वह शहीदों के अपमान से कम नहीं है। आपको बता दें शहीद पार्क डुमरांव में 16 अगस्त 1942 को शहीद हुए लोगों की प्रतिमा लगी है। उन्हीं को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यह कार्यक्रम डुमरांव में सोमवार को आयोजित था।
फ़ोटो तो और लोगो का भी लगा है पर क्या करें संपादक महोदय जातिवाद से ग्रसित तो आप भी हो।