बक्सर खबर। सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हैं। इसके खिलाफ आवाज उठनी चाहिए। क्योंकि अव्यवस्था के खिलाफ चुप्पी साधना भी अपराध है। जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग ऐसे मामलों पर खामोश रहते हैं। इसकी क्या वजह है? यह प्रश्न शुक्रवार को महापंचायत के दौरान उठीं। शहर के श्रीचन्द्र मंदिर पर युवा नेता रामजी सिंह ने सदर अस्पताल के हाल पर चर्चा के लिए सभा का आयोजन किया था। इसमें सभी को आमंत्रित किया गया था। जो व्यवस्था के खिलाफ आवाज बुलंद करने का साहस रखते हैं।
बहुत से लोग पहुंचे। कुछ ने सुलझी बातें की और कुछ ने राजनीतिक चोट। लेकिन, केन्द्र में रही सदर अस्पताल की बदहाली। अस्पताल का हाल यह है कि यहां उपचार कम होता है। रोगियों को रेफर करने का काम ज्यादा। सदर अस्पताल में लाखों की लागत से अल्ट्रासाउंड मशीन लाकर रखी गई है। लेकिन, लोगों को उसका लाभ नहीं मिल रहा। अगर उसे चलाया जाता तो गरीब लोगों को बहुत बड़ा लाभ मिलता। रामजी सिंह ने कहा हम खामोश नहीं रहेंगे। इसके खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता युवा नेता आकाश कुमार सिंह उर्फ रामजी सिंह व संचालन श्याम जी वर्मा ने किया। इस दौरान रामस्वरूप अग्रवाल, प्रदीप केसरी, कुमार नयन, जी एम के चौबे, गणेश बरनवाल, हिंगमणि, वार्ड पार्षद हैदर अली, हीरामन राम, वरिष्ठ समाजवादी नेता मिथिलेश सिंह, अशोक केसरी, आरके दुबे, बलराम केशरी, गोविंद जयसवाल, सर्वजीत कुशवाहा, चंदन ठाकुर, दिलीप राम, अमित यादव, चन्दन गुप्ता, विकास गुप्ता, आदित्य, बिहारी जी, टप्पू राय, कक्कू वर्मा, राजेश वर्मा, राकेश राही आदि उपस्थित रहे।