-बुढ़वा मंगल पर मनता है त्योहार
-उत्साह में नहीं दिखा कोविड का खौफ
बक्सर खबर। नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमिरे हनुमत बलबीरा। अर्थात सारी बीमारी, सारे रोग दूर करने का सामथ्र्य भगवान हनुमान में है। अब वाले माने या नहीं लेकिन, पहले वाले मानते थे। बक्सर में कभी इसी हनुमान जी के लिए महावीरी पूजा की शुरूआत हुई थी। होली के बाद पडऩे वाले दूसरे मंगलवार को यह त्योहार पूर्वजों के जमाने से मनाया जाता रहा है। शहर की यह महावीरी पूजा देखने लायक होती है। जिसे लोग बुढ़वा मंगल भी कहते हैं।
इसी का अनुसरण करते हुए आज 6 अप्रैल को आज शहर में महावीरी पूजा का आयोजन हुआ। जानकार बताते हैं, मुनीम चौक पर भगत सिंह पार्क के सामने तब एक विशाल पेड़ हुआ करता था। उसी के नीचे हनुमान जी की छोटी प्रतिमा स्थापित थी। वहीं से इसका प्रचलन एक साधु ने शुरू कराया था। उस समय पूरे देश में प्लेग महामारी फैली थी। जिसे दूर करने के लिए यह लोक परंपरा शुरू हुई। जो आज भी चली आ रही है।
हालांकि आज कोरोना को लेकर गाइड लाइन जारी थी। बावजूद इसके युवाओं में कोई भय नहीं दिखा। ढोल-तासे की आवाज से के साथ लोगों का हुजूम शहर की सड़कों पर दिखा। इस दिन लोग पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र लेकर भी जुलूस में शामिल होते हैं। उसकी झलक भी देखने को मिली। हालांकि अस्त्रों के साथ कलाबाजी दिखाने का प्रचलन अब कमजोर पड़ता जा रहा है। बावजूद इसके शहर जय बजरंगी के जयकारों से गूंजता रहा।