-काशी प्रसाद के लिए मांगा भारत रत्न
बक्सर खबर। शहर के पीपी रोड स्थित निजी इंस्टीट्यूट में सोमवार को जायसवाल सभा द्वारा सहस्त्रार्जुन की जयंती मनाई गई। साथ ही इस सभा के कुल गौरव के रूप में ख्याति प्राप्त काशी प्रसाद जायसवाल की को भी नमन किया गया। क्योंकि उनकी जयंती भी 27 नवंबर को मनाई जाती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदीप जायसवाल (अध्यक्ष जायसवाल सभा) तथा संचालन महासचिव संजय चौधरी ने किया। सभा के सलाहकार मंडल के पदाधिकारी सुरेश प्रसाद जायसवाल ‘संगम’ ने बताया हमारे कुल देवता भगवान सहस्त्रार्जुन चंद्रवंशी क्षत्रियों में हैहय वंश सर्वश्रेष्ठ उच्च कुल में कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी यानी तट पूजा के दूसरा अरकवाला दिन को जन्म हुआ था।
समाज के गौरव डॉ काशी प्रसाद जायसवाल का जन्म उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर रईस परिवार में हुआ था। इन्होंने आक्सफोर्ड से इतिहास में मास्टर डिग्री प्राप्त किया। कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कोलकाता से वकालत शुरू की। सन् 1914 में पटना हाईकोर्ट में वकालत की और अंत तक इससे जुड़े रहे। संघ के सदस्यों ने कहा कि समाज एकजुट हो और गरीब परिवार की बच्चियों की शादी, छात्रों को पढ़ाने पर विशेष बल दिया जाए। बिहार सरकार हमारे कलवार समाज को अति पिछड़ा वर्ग घोषित करे। साथ ही भारत सरकार से यह मांग हुई कि काशी प्रसाद जायसवाल को भारत रत्न दिया जाए।
बैठक में अरुण कुमार जायसवाल, डॉ अश्वनी कुमार जायसवाल, अमरनाथ जायसवाल, अशोक कुमार जायसवाल, प्रकाश चंद जायसवाल, ठाकुर जायसवाल, बबलू, वीजय कुमार, संजय चौधरी पप्पू, मनोज कुमार, बिल्टु, लकी जायसवाल, अरबिन्द कुमार जायसवाल, बंटी, गुलाब चन्द्र जायसवाल, राजन जायसवाल, प्रमोद जायसवाल, वेद प्रकाश जायसवाल, जितेन्द्र जायसवाल, डॉ धर्मेन्द्र जायसवाल, प्रह्लाद जायसवाल, अनिल जायसवाल, दिनेश जायसवाल, तारकेश्वर जायसवाल, शिव जायसवाल, शाश्वत जायसवाल, मुरलीधर जायसवाल, सी पी जायसवाल, यश जायसवाल, रंजीत जायसवाल, इत्यादि लोग शामिल हुए।