बक्सर खबर। नगर भवन फिलहाल बंद है। क्योंकि इसका जीर्णोद्धार हो रहा है। सरकारी पैसे से यहां दुरुस्त काम हो रहा है या नहीं। यह देखने शायद कोई अधिकारी मौके पर नहीं जा रहा। दूसरा कोई पूछने वाला भी नहीं। न ही वहां मौजूद लोग इसके बारे में बताने को तैयार हैं। यह कार्य कौन सी एजेंसी करा रही है। लागत खर्च क्या है। जो प्राक्कलन बना है, उसमें कैसे सीमेंट एवं सरिया की इजाजत दी गयी है। सबके नाक के नीचे यहां गोरख धंधा चल रहा है। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण सामने है। यहां लोक सीमेंट का प्रयोग हो रहा है।
जाहिर है बचत के लिए ऐसा किया जा रहा होगा। या निर्माण एजेंसी के लोग यह भी कह सकते हैं खबर लिखने वाले ही गलत हैं। लेकिन, सच को देखने वाले सक्षम लोगों को वहां जाना चाहिए। सीमेंट का निर्माण जहां होता है। पानी से उसकी गुनाई करनी होती है। लेकिन यहां तो देखने वाला ही कोई नहीं। काम चाहे जैसा हो। शहर के एक जागरुक पाठक रिंकू पांडेय ने बक्सर खबर को वहां की तस्वीर भेज प्रश्न किया। यहां जो राशि खर्च हो रही है। वह तो जनता के ही जेब से ली गई होगी। इस लिए हमारा और मीडिया का दायित्व भी बनता है। इस पर नजर रखी जाए।