बक्सर खबर। जब गर्मी सबाब पर होती है। तो उसे जेठ मास कहा जाता है। जेठ माह जिस दिन पूरा होता है। उसे जेष्ठ मास की पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन मां काली की वार्षिक पूजा जगह-जगह होती हैं। अपने शहर में भी बाइपास रोड में स्थित मां काली मंदिर में पूजा अर्चना हुई। पूरे दिन श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा। अब यह मंदिर काफी भव्य हो चुका है। यहां की पूजा में शामिल होने शहर के हर हिस्से से लोग आते हैं।
बहुत से लोग इस मंदिर को पुरानी काली अथवा बड़ी काली मंदिर के नाम से भी जानते हैं। यह सोहनी पट्टी के इलाके में पड़ता है। इस बार यह पूजा रविवार को संपन्न हुई। शाम में इतनी भव्य आरती का आयोजन हुआ की इसका दर्शन करने वालों ने कहा इस विधान से पूजा कहीं-कहीं होती है। मां अपने बच्चों पर कृपा करें। शहर में सुख-शांति कायम हो। विशेष आरती के लिए कमल के पुष्प मंगाए गए थे।