-ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा से शुरू होता चार माह का कठिन व्रत
बक्सर खबर। इस वर्ष भारत वर्ष के महान सन्यासी संत पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज का चातुर्मास व्रत उत्तर प्रदेश के बलियां में होने वाला है। ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा से प्रारंभ होकर यह व्रत विजया दशमी को पूर्ण होगा। चार माह तक पर्ण कुटी में निवास करते हुए बगैर अन्न ग्रहण किए यह व्रत करना संन्यासी परंपरा में तपस्या के रुप में जाना जाता है। इसके समापन पर भव्य लक्ष्मी नारायण महायज्ञ होता है। इस बार बलियां के लगभग छह किलोमीटर दूर एनएच 31 पर यह चातुर्मास नगवां गांव में हो रहा है। जो बिहार और यूपी को जोड़ने वाले जनेश्वर मिश्रा सेतु के पहुंच पथ के किनारे स्थित है।
यहां से मां गंगा भी बहुत नजदीक हैं। बक्सर के सिमरी प्रखंड से भी यह इलाका गंगा पर बने सेतु की वजह से बहुत नजदीक है। स्वामी जी यहां श्री धाम अयोध्या से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचे। उनके साथ बलियां के कमलेश सिंह, बक्सर के मिथिलेश पाठक, बबलु पांडेय, ठेकेदार ब्रदर्स संजय सिंह व राजीव मिश्रा, रजनीकांत पांडेय, गिरीश कुमार, विजय शंकर ओझा, रामगोपाल मोदी, विकास चौबे आदि लोग वहां पहुंचे। इन सभी ने बताया कि यह स्थान बक्सर से भया बलियां 35 किलोमीटर दूर है। वहीं डुमरांव के लोग जनेश्वर मिश्रा सेतु होते कुछ किलोमीटर दूरी तय कर आसानी से वहां पहुंच सकते हैं। जीयर स्वामी जी का जब वहां आगमन हुआ तो चिकू सिंह, संजय पांडेय, गामा सिंह व बड़ी संख्या में उपस्थित स्थानीय लोगों ने गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत किया।