बक्सर खबर: अतिथि भगवान होते है। अतिथियों के सत्कार के लिए लोेग अपनी जान तक की परवाह नहीं करते है। लेकिन विकास समीक्षा यात्रा के दौरान नंदन में जिस तरीके से कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी की उससे अतिथि देवों भव की परंपरा तार तार हो गई है। वही मुट्ठी भर लोगों के कारगुजारी से पूरा गांव कलंकित महशूस कर रहा है। कहा तो महीनें पहले से आम ग्रामीण मुख्यमंत्री के दीदार व भव्य स्वागत की तैयारी कर रहे थे और कहा मुख्यमंत्री के जाते जाते कुछ लोगों की शरारत उनके चेहरे को शर्मसार कर दी है। वैसे तो गांव में पहुंचे सरकार की ग्रामीणों ने आवभगत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। गांव में विकास तथा सात निश्चय योजना के धरातल पर उतरने से मुख्यमंत्री गदगद थे।
पूरा गांव दुल्हन की तरह सजा था। हर ग्रामीण शालीनता से उनका अभिवादन कर अपनी विनम्रता तथा विकास कार्यो से कृतज्ञता का परिचय दे रहे थे। गांव में सामाजिक कुरितियों पर बनी रंगोली, बतख प्वाइंट तथा पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से बनाई गई माडल अहरी की मुख्यमंत्री ने मुक्तकंठ प्रशंसा भी की। मुख्यमंत्री को मोमेंटो व बुके देते समय पंचायत के मुखिया राजीव कुमार गौरवान्वित महशूस कर रहे थे। लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री गांव से बाहर निकलने लगे एक झटके में ही ग्रामीणोें की खुशी तथा मुखिया की मुस्कुराहट निकल चुकी थी। विकास का बहाना बना शरारती तत्वों ने अपनी करतूत से पूरे गांव का चेहरा शर्म से झुका दिया। सूबे के मुखिया को गांव में रहने के दौरान जिस तरीके का आवभगत व ग्रामीणों का व्यवहार मिला था। उससे उन्हंें इस बात का इल्म नहीं होगा कि बाहर निकलते निकलते उनके काफिले को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। पंचायत भवन में जोनल आईजी व डीआईजी तथा जिला प्रशासन के साथ बैठक के दौरान ग्रामीणों का चेहरा इस कदर शर्मशार था कि वे किसी के साथ आंख मिलाने की हिम्मत नहीं कर रहे थे। मुख्यमंत्री पर हमला तथा गांव की बदनामी का उन्हें बड़ा अफसोस था।