-छात्रों ने कहा किसी भी विधायक ने नहीं रखी जमीन की मांग
बक्सर खबर। केन्द्रीय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों ने शुक्रवार को उनवांस पहुंचकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। हांलाकि उनका ज्ञापन प्रशासन के अधिकारियों ने लिया। जिसे उनके समक्ष रखने बात कही। इसका जिक्र करते हुए छात्रों ने बताया कि हमने ज्ञापन में लिखा है। जिस विद्यालय में 3 हजार छात्र पढ़ सकते हैं। वहां आज महज तीन सौ बच्चे पढ़ रहे हैं। क्योंकि केन्द्रीय विद्यालय के पास अपना भवन नहीं है। यहां की सरकार उसे जमीन नहीं उपलबध करा रही। इसके लिए नहर विभाग की 381 एकड़ जमीन प्रस्ताव सरकार के पास गया था। लेकिन, सरकार ने अपने स्तर से एनओसी नहीं दिया। आप विद्यालय को भूमि उपलब्ध कराएं। जिससे छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल सके। मीडिया में खबरें आई हैं कि आप ने ही जमीन देने से मना कर दिया है।
डटे रहे छात्र, किसी विधायक ने नहीं रखी मांग
बक्सर खबर। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में बक्सर से वहां मिलने पहुंचे पूर्ववर्ती छात्र चार घंटे तक उनवांस में जमें रहे। उन्होंने कहा, हमें बहुत दुख हुआ। बक्सर के तीन विधायक उस मंच पर थे। पर किसी ने केन्द्रीय विद्यालय का मामला मुख्यमंत्री के सामने नहीं रखा। ऐसे हैं इस जिले के जन प्रतिनिधि। जिन्हें छात्रों के भविष्य की चिंता नहीं। वहां पहुंचे रवि पांडेय, दीपक यादव, अनुराग त्रिवेदी, गौरव सिंह, दिव्यांसु मिश्रा, शाकिब अहमद, ख़ालिद रज़ा, मुर्शिद, मोनू, सुजीत, विनीत जो कि एक फ़ौज़ में है। इन के अलावा लगभग 35 से 40 युवा छात्र वहां तक गए थे। शायद मुख्यमंत्री उनकी बात सुन लें। बच्चों का भला हो सके। अगर विद्यालय के पास अपना भवन होगा। तो कच्छाएं भी बढ़ेंगी। आज बेहतर शिक्षा के लिए युवाओं को कहीं और पलायन करना होता है। अपने आवेदन में इन युवा छात्रों ने लिया था। ” जिस प्रकार मन के लिए शरीर होता है, उसी प्रकार शिक्षा के लिए भवन’ …अतः मुख्यमंत्री जी। भूमि दे कर इस विद्यालय को भव्य रूप देने में सहायक बने। लेकिन, उदास मन से सभी वापस लौटे।