-भगवान को लगाया जाता है सत्तू व गुड़ का भोग
बक्सर खबर। इस माह की 14 तारीख को खरमास समाप्त हो जाएगा। और इसी तिथि को सतुआन भी मनेगा। जिसे मेष संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इसी तिथि को सूर्य मेष राशि में प्रवेश करते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित नरोत्तम द्विवेदी के अनुसार सोमवार की सुबह 5:01 में सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे। हालांकि तब अपने क्षेत्र में सूर्योदय से पहले ही यह समय आ जाएगा। अर्थात पूरे दिन मेष संक्रांति प्रभावी होगी।
इस तिथि को स्नान, दान का विशेष महत्व है। अपने जिले में लोग इस तिथि को नए अनाज का सतुआ खाते और भगवान को भी गुड़ व कच्चे आम आदि के साथ भोग लगाते हैं। देश के अन्य हिस्सों में इसे वैशाखी के नाम से जाना जाता है। इसमें नए अन्न का प्रयोग होता है। इसके साथ ही खरमास भी समाप्त हो जाता है और लगन प्रारंभ हो जाता है। अर्थात शादी-विवाह का कार्य भी इस तिथि से प्रारंभ हो जाएगा।