बक्सर खबर। कितनी अजीब बात है। रिश्तेदार ही जब परिवार के दुश्मन बज जाएं। राजपुर के सगरा गांव से जिस नाबालिग किशोरी का अपहरण किया गया था। उसे पंजाब ले जाया गया था। वहां ले जाकर उससे धंधा कराया गया। दिल दहलाने वाली इस घटना में किशोरी के चाचा और रिश्ते के मामा शामिल थे। आठ जनवरी को उसकी मौत उपचार के दौरान पटना में हुई थी। जब यह राज खुला कि उसके साथ क्या-क्या हुआ। पहले तो नाबालिग होने के कारण की उसकी पहचान नहीं उजागर की गई। लेकिन, अब पूजा को इंसाफ दिलाने के लिए आवाज उठाना लाजमी हो गया है। इस घटना के मुख्य आरोपी सुखु मुसहर को राजपुर पुलिस ने आज सोमवार को जेल भेज दिया।
वह रोहतास जिले के करहगर का निवासी है। उसने अपने बहनोई जो पूजा का चाचा था। उसकी मदद से उसे अगवा किया। फिर पंजाब लेकर चला गया। जब उसकी हालत वहां बहुत खराब हो गई। तो पाच जनवरी को गांव के बाहर लाकर छोड़ दिया। पिता जितेन्द्र और मां उसे लेकर सदर अस्पताल गए। वहां से पटना रेफर किया गया। जहां पूजा ने दम तोड़ दिया था। उसकी मौत के दिन ही पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। परिवार वाले शव लेकर गांव लौटे तो उसे दफनाया गया। गरीब परिवार को मुकदमा लड़ने के लिए न्यायालय जाना पड़ा। लेकिन, सबकुछ सामने आने के बाद भी न तो कोई सरकार का मुलालिम उसके परिवार की मदद के लिए पहुंचा। न ही किसी राजनीतिक दल का प्रतिनिधि।