बक्सर खबर : बारह दिन पहले पूजा अपने ससुराल गई थी। दूबली-पतली मासूम सी दिखने वाली किसी की बेटी फांसी पर लटकी मिली। घटना आरा जिला के करनामेपुर गांव की है। शनिवार की शाम यह ख्बर जिके केसठ निवासी मायके वालों को मिली। उनका कलेजा दहल गया। पिता दुर्गादत्त उर्फ संतोष सिंह परिजनों के साथ वहां भागे पहुंचे। शाहपुर थाने की पुलिस ने उनको पूरी घटना बताई। ग्यारह की दोपहर ही पूजा की मौत हो गई थी। आत्म हत्या की है, या उसे मारा गया है। अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। गांव वालों की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची तो देखा उसकी लाश पंखे से लटक रही थी। सभी घर वाले फरार हैं। पुलिस मायके वालों को वहां ले गई। तब जाकर पूजा की लाश को फंदे से उतारा गया।
उसके पिता के अनुसार इसी वर्ष 29 अप्रैल को बेटी की शादी मनोज कुमार महतो से की थी। लड़का ट्रेन में चालक है। अच्छा परिवार देख शादी की थी। उन्होंने पुलिस के समक्ष बयान दिया कि बेटी की हत्या की गई है। उनके बयान पर पुलिस ने पति मनोज, उसके भाई उमेश सिंह, जेठानी उर्मिला देवी, सास- ससुर वशिष्ठ व उषा देवी को अभियुक्त बनाया है।
इन सभी ने मिलकर पूजा को मारा है। गले में लगा फंदा भी इस तरफ इशारा कर रहा था। उसने स्वयं आत्महत्या नहीं की। घटना को दूसरा रंग देने के लिए ऐसा किया गया है। क्योंकि गर्दन के पिछले हिस्से पर दबाव पडऩे से किसी की मौत नहीं होती। साथ ही उसके पैर भी जमीन को छू रहे थे। अब गेंद पुलिस के पाले में है। पूजा को इंसाफ मिलता है, या एक और बेटी जुल्म की बेदी पर कुर्बान हो दफन हो जाती है? यह सवाल पूरा गांव व पूजा का परिवार सबसे पूछ रहा है।