बक्सर खबर। बचपन में जब पतंग बनाने का मौका मिलता है तो उसका अलग आनंद होता है। वैसे बच्चे जो पुराने कागज को जोड़कर अपनी पतंग का निर्माण करते हैं। उनका अपना अलग अंदाज होता है। इस विधा से आज हेरिटेज स्कूल के छात्र अवगत हुए। मौका था पतंग उत्सव का। बच्चों ने जब अपनी पतंग बनाई। तब उन्होंने जाना, इसका अपनी संस्कृति से भी जुड़ाव है। मकर संक्रांति पर देश में कई जगह पतंगबाजी का आयोजन होता है।
विद्यालय के शिक्षकों ने उन्हें मकर के सूर्य और संक्रांति के बारे में विशेष जानकारी दी। निदेशक प्रदीप पाठक ने बच्चों को बताया। हमारी संस्कृति कितनी संपन्न है। जिसमें सभी के लिए समान आदर- भाव है। उन्होंने बच्चों को भारतीय संस्कृति और सबके लिए आदर का भाव रखने की शिक्षा दी। उनके अनुसार विद्यालय की चरित्रवन और अर्जुनपुर दोनों शाखाओं में छात्रों के बीच इसक तरह की प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया।