बक्सर खबर। जूनियर कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जितने वाले कृष्णकांत को राज्य सरकार ने सम्मानित किया। राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर 29 अगस्त को उन्हें पटना के कंकड़बाग में बुलाया गया। वहां राज्य के कलासंस्कृति व युवा विभाग ने चालीस हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया। कृष्णकांत सातवीं कक्षा के छात्र हैं और मूक-बधिर हैं। यह जानकर आपको भी आश्चर्य होगा। ऐसा किशोर जो सुन और बोल नहीं सकता। लेकिन, उसके हौसले किसी से कम नहीं। शहर के तुरहा टोली में रहने वाले उसके गृहस्थ पिता भीम प्रसाद बताते हैं।
जब वह एक वर्ष का था। तब वह खेलते समय चबुतरे से गिर गया था। बहुत ही चोंटे आईं। उसके बाद सुनने और बोलने की क्षमता चली गई। हम लोग बहुत निराश थे। उसका दाखिला भी किसी स्कूल में नहीं हो रहा था। इसी बीच 2011 में बक्सर किला मैदान में एक दौड़ हुई। जिसमें उसने प्रथम स्थान प्राप्त किया। उसी समय उम्मीद जगी। हमने उसे ऐसे विद्यालय में भेजा। जहां उसके जैसे बच्चे को पढ़ने की सुविधा हो। फिर कृष्णकांत ने पीछे नहीं देखा। 2018 में भी उसने इंडीगो नेपाल अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड जीता था। इस वर्ष 27 से 31 जनवरी के बीच चेन्नई में अंडर 19 वर्ग में उसने गोल्ड जीता। जिसके परिणाम स्वरुप खेल दिवस पर राज्य सरकार ने पटना में उसे चालीस हजार रुपये का चेक, प्रमाणपत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।