बक्सर खबर। सूबे में पूर्ण शराबबंदी है। पर, यहां पीने और पिलाने वालों को शराब आसानी से मिल जा रही है। यह अलग बात है कि इसके लिए पैसा थोड़ा ज्यादा चुकाना पड़ रहा है। यूपी से सटा होने के कारण जिले में अवैध शराब के तस्करों की चांदी हो आई है। स्थिति पुलिस डाल-डाल तो तस्कर पात-पात वाली है। आज शुक्रवार की सुबह धनसोईं थाना क्षेत्र के गांव लालाचक में तस्करों के इस खेल का खुलासा उत्पाद विभाग की टीम ने किया है। यहां छापेमारी में 95 पेटी यानी कुल 3560 बंबे मेड छोटी बोतल यानी निब बरामद हुई हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुखबिर से मिली सूचना के बाद उत्पाद विभाग की टीम ने उत्पाद निरीक्षक सिद्धेश्व लाल के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह साढे छह बजे लालाचक के राजकुमार यादव पुत्र सिद्धनाथ यादव के घर छापेमारी की। सूचना देने वाले ने बताया था कि यहां भूसे केढेर में शराब की पेटी छिपाकर रखी गई है। टीम के लोगों ने जांच की तो भूसे के ढेर से 95 पेटी बंबे मेड देसी शराब बरामद हुई। टीम ने शराब जब्त करने के साथ ही राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया।
थोक विक्रेता है राजकुमार
उत्पाद निरीक्षक सिद्धेश्वर लाल ने बताया कि पूछताछ में राजकुमार ने जानकारी दी है कि वह थोक विक्रेता है। लंबे समय से वह शराब के अवैध करोबार में जुड़ा हुआ है। शराब यूपी से लाई जाती है।
होम डिलीवरी करते हैं तस्कर
राजकुमार से जो जानकारी मिली है उससे साफ हो जाता है कि यूपी और बिहार के तस्कर सांठगांठ कर इस धंधे को अंजाम दे रहे हैं। सूबे में शराबबंदी कानून लागू होने केबाद से तस्करों की चांदी हो गई है। वह जिले में अपना जाल फैला चुके हैं। बड़ी बात यह है कि अब वे होम डिलीवरी भी कर देते हैं। ऐसे में बेचने वालों को रिस्क नहीं उठाना पड़ता और धंधा बेरोकटोक चल रहा है।
तो क्या पुलिस नहीं करती गश्त
राजकुमार ने पूछताछ में बताया कि तस्कर बड़ी और महंगी गाडिय़ों में शराब भर कर घर पर डिलीवरी कर देते हैं। यह पूरा काम रात को अंजमा दिया जाता है। ऐसे में यह सवाल तो उठता ही है किक्या थानों की पुलिस रात में कभी गश्त नहीं करती। लगता तो ऐसा ही है। यदि पुलिस गश्त करती तो तस्कर पकड़े अवश्य जाते।