बक्सर खबर । यदा-कदा ऐसी भूल अथवा चूक हो जाती है। जो जीवन भर टीस बनकर कलेजे में चुभती रहती है। नावानगर बाजार में रविवार की सुबह कुछ ऐसा ही हुआ। महेन्द्र कुशवाहा का आठ माह का बेटा बीमार था। पत्नी शकुंतला के कहने पर दोनों बाइक से अपने बेटे को लेकर नावानगर उपचार के लिए पहुंचे। डाक्टर को दिखाने के बाद वे अपने गांव देवपुर टोला लौट रहे थे। बाइक पर उनके साथ एक और बच्चा सवार था। अर्थात कुल चार लोग।
नावानगर बाजार के पास ही उनकी बाइक का संतुलन बिगड़ा और गोद में बच्चे को लिए शकुंतला गिर पड़ी। बच्चा हाथ से छूट सड़क पर चला गया। इतने में वहां से गुजर रही बस के नीचे आठ माह का नन्हा अनीश आ गया। मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बिक्रमगंज-डुमरांव पथ को जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे बीडीओ रविन्द्र कुमार और थानाध्यक्ष जुनैद आलम ने लोगों ने समझाकर जाम समाप्त कराया।