बक्सर खबर। जी जनाब अपने शहर में अमन चैन है। पुलिस टाइट है, लगातार छापामारी हो रही है। हत्याओं की गुत्थी सुलझ रही है। मासूम शशांक की हत्या हो या खूंटी यादव के हत्यारे। पुलिस सबको बारी-बारी अंदर भेज रही है। पुलिस का यह स्वरुप देख अपराधी जिले से भाग खड़े हुए हैं। ऐसे में किसी वांटेड को पुलिस छोडऩे वाली नहीं। लेकिन यह नियम उन पर नहीं लगता। जिन्होंने खादी धारण कर लिया है। अब देख लें महिनों गुजर गए। सिमरी के मानिकपुर गांव में दिन दहाड़े युवक की हत्या हुई। उसके आरोपी घूम रहे हैं। इस हत्या कांड में नामजद पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष अक्षयबर यादव की बात करें तो वे स्वतंत्र घूम रहे हैं।
उसी तरह राजपुर में विधायक यादव नाम के शख्स को गोली मारने वाले लोग खुलेआम घूम रहे हैं। क्योंकि उन लोगों ने खादी धारण किया हुआ है। ऐसे लोगों के खिलाफ को यहां की पुलिस कार्रवाई नहीं करती। इस लिए अपने शहर में अगर आप नेता हैं तो अपनी वाली कर सकते हैं। इतनी छूट तो इस राज में है यहां खादी पहनने वालों को मिली हुई है। खबर की तस्दीक के लिए डुमरांव एसडीपीओ से पूछा गया। क्या मानिकपुर हत्याकांड में पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष की संलिप्तता है। उन्होंने कहा उनका नाम हत्याकांड में है। पुलिस उन्हें तलाश कर रही है। तो साहब डुमरांव की पुलिस जिसे तलाश रही है। उसे बक्सर अनुमंडल की पुलिस क्या गिरफ्तार नहीं कर सकती। इसका जवाब ता बड़े अधिकारी ही दे सकते हैं। जो गंगा किनारे लहरे देख रहे हैं।