बक्सर खबर। स्वर्ण व्यवसायी पकंज वर्मा की दुकान में किसने लूट की वारदात को अंजाम दिया। यह केस सदर अनुमंडल की पुलिस के लिए सरदर्द बना हुआ है। पीड़ित ने जिस मनीष वर्मा का नाम दिया था। उसका नाम पता फर्जी निकला है। नगर थाना की टीम उसकी तलाश में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला अंतर्गत दिलदारनगर गयी थी। लेकिन, उसका पता नहीं चला है। इस बीच कुछ सुराग हाथ लगे हैं। जिसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि इसमें मदन सोनार का हाथ है।
मदन सोनार आपराधिक चरित्र का व्यक्ति है। उसके खिलाफ पूर्व से भी कई मामले दर्ज हैं। संभवत: कुछ माह पहले ही वह जेल से बाहर आया है। पुलिस ने उसे 2016 में ही जेल भेजा था। आते ही उसने अपने साथियों से संग मिलकर इस तरह की घटना को अंजाम दिया। पुलिस उसकी तस्वीर तलाश कर रही है। जिसे दिखाकर उसकी पहचान कराई जा सके। मदन कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के दियां गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ पूर्व से भी कई मामले दर्ज हैं। यहां पाठकों को हम बता दें। तीन दिन पूर्व सिविल लाइन के एक युवक को गिरफ्तार किया गया था। जिसने अपनी दुकान से फर्जी तरीके से सिम आवंटित कर अपराधियों की मदद की थी। 23 अगस्त को ठठेरी बाजार मोड पर यह वारदात सुबह साढ़े छह बजे हुई थी। सूत्र बता रहे हैं। इस घटना में मदन सोनार की संलिप्तता है। इस संबंध में पूछने पर पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा ने कहा जांच चल रही है। कुछ सुराग हाथ लगे हैं। अपराधियों की धरपकड़ का प्रयास जारी है। लेकिन, जिन पर पुलिस को शक है। वे सभी फरार हैं। इस वजह से परेशानी हो रही है।