-इस बार साथ पड़ रहा प्रदोष व्रत बढ़ा रहा है महिमा
बक्सर खबर। भगवान शिव की उपासना करने वालों के लिए सबसे खास रात महाशिवरात्रि होती है। इस वर्ष 18 फरवरी को यह संयोग जुट रहा है। शास्त्रों के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। इसी दिन भगवान शिव माता पार्वती का विवाह हुआ था। वैसे चतुर्दशी 18 को को रात्रि आठ बजकर दो मिनट से प्रारंभ हो रही है। इस वजह से यह व्रत 18 को ही प्रारंभ हो जाएगा। जो 19 को अपराह्न चार बजे तक प्रभावी होगा।
जबकि प्रदोष 17 की रात 11 बजे से ही प्रारंभ हो रहा है। लेकिन, उदया तिथि के अनुरूप वह भी 18 को ही है। भगवान शिव को प्रदोष व्रत भी प्रिय है। इसलिए दो व्रतों का संयोग एक साथ जुड़ रहा है। इस वजह से यह महाशिवरात्रि कुछ विशेष है। शास्त्रों के अनुसार उस दिन से ग्रहों की दशा भी बदल रही है। जो मार्च तक बनी रहेगी। इस प्रभाव भी प्रकृति व आमजन पर अच्छा रहेगा।