गंगा तक गंदगी पहुंचाने वाले नालों की होगी गणना
-नमामि गंगे अभियान के तहत स्वच्छता व जागरुकता का चलेगा अभियान
बक्सर खबर। गंगा को गंदगी से बचाने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाना है। साथ ही कचरे के उठाव व निस्तारण पर भी ध्यान देना है। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए मंगलवार को जिलाधिकारी अमन समीर ने महत्वपूर्ण बैठक की। जिसमें इस विषय पर गहन मंथन हुआ कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्या किया जाए। क्योंकि इसका प्रस्ताव भी सरकार को भेजना है।
नमामि गंगे अभियान के तहत इस क्षेत्र में कार्य किया जाना हैं। बैठक में संबंधित पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें डीडीसी योगेश कुमार सागर, डुमरांव व बक्सर के नप पदाधिकारी के साथ नमामि गंगे के नोडल पदाधिकारी, एसडीओ धीरेन्द्र कुमार मिश्रा आदि उपस्थित रहे। डीएम ने नप प्रशासन को निर्देश दिया कि शहर में उन नालों का सत्यापन किया जाए। जो गंगा तक गंदा पानी पहुंचाते हैं। वहां सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाना है।
सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया कि मेडिकल वेस्ट के उठाव के संबंध में प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करें। बैठक में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर चर्चा की गई और सभी सदस्यों के द्वारा सुझाव लिया गया एवं इसके संबंध में संबंधित विभागों को जरूरी दिशा-निर्देश दिया गया। एनबीसीसी को गंगा घाट के किनारे 15 दिनों का अभियान चलाते हुए साफ सफाई करने का निर्देश दिया गया साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर एवं नोडल पदाधिकारी नमामि गंगे को एनबीसीसी के साथ उनकी चल रही सभी परियोजनाओं का निरीक्षण करने एवं एनबीसीसी को गंगा तट के किनारे अवस्थित चेंजिंग रूम को उपयोग लायक बनाने का निर्देश दिया गया।