चुनावी बयार में कइयों ने छोड़ा दल, जनतांत्रिक पार्टी का थामा दामन

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-राम मंदिर की राजनीति करने वाले क्यों नहीं देते उनकी शिक्षा स्थली पर ध्यान : अनिल कुमार
बक्सर खबर। इस चुनावी बयार में कई नेता अपना दल छोड़ रहे दूसरे दल में शामिल हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव की सरगर्मी अब अपने चरम पर है। ऐसे में पाला बदल का खेल जारी है। आज मंगलवार को बसपा, जदयू, राजद आदि दलों के कई कार्यकर्ता अपनी पार्टी छोड़ जनतांत्रिक विकास पार्टी के सदस्य बने। यह जानकारी पार्टी द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने दी। उन्होंने बताया सरोज राजभर (प्रदेश महासचिव,बीएसपी), हीरालाल निषाद (प्रदेश उपाध्यक्ष, वीआईपी पार्टी) एवं राजकुमार निषाद ( प्रदेश महासचीव, जदयू, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ) के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता आज अपना दल छोड हमारी पार्टी में शामिल हुए हैं।

इसके अलावा सुरेंद्र भारती(जिला महासचिव, बीएसपी), रमेश राजभर( महासचिव, बक्सर विधानसभा), सुदर्शन बिंद( जिला उपाध्यक्ष वीआईपी पार्टी, बक्सर), सोनू खरवार(जिला अध्यक्ष, खरवार समाज), रामशंकर निषाद, मान सिंह भर्ती, कलिका यादव, रामदेश्वर राजभर, बच्चन जी निषाद, रमाकांत खरवार, राजनारायण निषाद, राहुल कुँवर, कन्हैया जी निषाद, किस्मत राय, विजय बिंद, कैलाश चौधरी, लक्षमण निषाद, मु0 हासिम शाह, दशरथ बिंद, सुरेंद्र राम, सोहन बिंद निषाद, सुनील राय, शिवजी पासवान, विनोद राम, विलारी यादव आदि लोग शामिल हुए। उनका परिचय मीडिया से कराने के बाद अनिल कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए एनडीए और महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बक्सर दौरे पर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को विपक्ष की टिप्पणी गाली लगती है, जबकि वे खुद एक पक्षीय बयान देते हैं। वैसे बक्सर में उनके आने से जनता पर कोई प्रभाव नहीं पडऩे वाला है। बक्सर की जनता ने अब विकास के लिए बक्सर के बेटे को चुनने का मन बना लिया है। अनिल कुमार ने पीएम मोदी समेत भाजपा नेताओं द्वारा खुद को चौकीदार बताने पर आपत्ति जताई। अनिल कुमार ने कहा कि भगवान राम की जन्म स्थली की चिंता तो सबको है, लेकिन उनकी ज्ञानस्थली बक्सर की चिंता किसी को नहीं है। आखिर क्यों जहां भगवान राम ने ज्ञान प्राप्त किया, आज वहां एक भी ढ़ंग का यूनिवर्सिटी नहीं है और न ही एक भी महिला कॉलेज है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सांसद का है। लेकिन वर्तमान सांसद कहते हैं मोदी को वोट दो, तो पूर्व सांसद कहते हैं लालू को वोट दो। ये समझने वाली बात है कि बक्सर संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे 15 उम्मीदवारों में नरेंद्र मोदी का नाम है क्या? और पूर्व सांसद लालू प्रसाद का नेता मानकर वोट मांग रहे हैं, जो जेल में हैं। ऐसे में क्या बक्सर की जनता को जेल में बंद हो जाना चाहिए। इसलिए आज जरूरत है बक्सर में सामंतवादी व्यवस्था को उखाड़ फेंक कर अंबेडकरवादी व्यवस्था को बहाल करने की, जिसके लिए बक्सर का बेटा चुनाव मैदान में है और इसे समर्थन देने के लिए विभिन्न दलों से लोग आज हमारे साथ आये हैं।

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