बक्सर खबर । तीन दिन पहले अर्थात 25 अप्रैल को न्यायिक हिरासत से भागा मेहदी हसन पिता छेदी साह शहर के खलासी मुहल्ला का निवासी है। यह युवक कल तक बक्सर की गलियों में छोटे-मोटे कारोबार करता था। शायद कभी कभार अपराध भी। लेकिन, बिहार में लागु हुई शराब बंदी ने उसका जीवन ही बदल दिया। वह शहर के विभिन्न मुहल्लों में शराब बेचने लगा। धीरे-धीरे वह छोटे से बड़ा कारोबारी बन गया। एक दिन ऐसा आया जब उसने पीछा कर रही पुलिस से बचने के लिए गोली चलाई। 22 अप्रैल को उसे नगर थाना की टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दो दिन बाद 25 को वह फरार हो गया।
कल का मेहदिया अब मेहदी हसन बन गया। इतना ही नहीं अपराध जगत के लोग उसे अब रईस भाई के नाम से जानते हैं। अपने शहर में तो वह छोटी सी झोपड़ी में रहता है। पिता रिक्शा चलाते थे। लेकिन उसकी बाहरी दुनियां काफी रौनक भरी है। शहर के कई रसुखदार लोगों से इसके ताल्लुकात भी हैं। यह अलग बात है कि उसके खिलाफ नगर थाना में एक के बाद एक मुकदमें दर्ज हुए हैं। जिनमें से तीन तो इसी वर्ष दर्ज हुए हैं। पुलिस पर गोली चलान, न्यायिक हिरासत से भाग जाना यह दो मामले तो अप्रैल माह के ही हैं। पूछने पर एक दिन पहले नगर कोतवाल ने बताया उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है। लेकिन रईस भाई का नेटवर्क अब इतना मजबूत है कि वह पुलिस के लिए सरदर्द बन गया है।
क्या बकवास छापा है आपने यही बड़ा गुंडा नज़र आता है आपको????
चोर का महिमा मंडल करते आपको शर्म नहीं आती है??